पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार मधु प्रसाद की एक कविता जिसका
शीर्षक है “संघर्ष”:
जिंदगी को जीना
है, तो
संघर्ष करते रहना
है।
क्योंकी
.........
जिंदगी मिली है संघर्ष के लिए
इसलिए .........
जिंदगी के हर
मोड़ पर
संघर्ष हमारा
प्रतीक्षा करता है
जिंदगी और संघर्ष
का
रिश्ता गहरा है
इस सृष्टि में
इसलिए .......
दोनों एक दूजे के
साथी बने है।
संघर्ष के माध्यम
से
जिंदगी में
संघर्षों के
विभिन्न पहलू
सामने आ जाते है
और उन सभी पहलुओं
में
हम उलझते है और
उसे सुलझाने का
निरंतर प्रयास
करते है।
जिंदगी है ,तो
संघर्ष करते रहना
है।
और ......
संघर्ष करते
रहोगे तो
जिंदगी निखर कर
सौंदर्य का रूप
धारण कर
खुशियां देगी।
इसलिए ....
जिंदगी में
संघर्ष करते रहना है।