पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार ममता कुमारी की एक कविता  जिसका
शीर्षक है “धोखा”:
 
सब कहते है, सही ही कहते हैं
कहां मिल पाया है सुकून गुनाह करने वालों को !
बेशक मिल जाए कुछ क्षण की शान्ति,
 
कुशल नीतियां भी निर्थक सिद्ध हो जाती है,
भावनाएं भी रद्द हो जाती है,
नियम है, गलत के साथ गलत करने पर खुद के लिए
अगले मोड़ पर तय सजा भोगने की।
सब कहते है, सही ही कहते हैं
कहां मिल पाया है सुकून गुनाह करने वालों को !
बेशक मिल जाए कुछ क्षण की शान्ति,
कुशल नीतियां भी निर्थक सिद्ध हो जाती है,
भावनाएं भी रद्द हो जाती है,
नियम है, गलत के साथ गलत करने पर खुद के लिए
अगले मोड़ पर तय सजा भोगने की।
 


 
 
 
 
 
 
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