पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार “वीनस जैन” की एक कविता जिसका शीर्षक है “तेरी खातिर”:
चूमती नजरे नजरों से उसका अक्स।
बरसों से नजरो में चढ़ा जो शख्स।
प्रेम ही उसका बन गया मेरा संस्कार।
उसमे में ही तो बसता मेरा संसार।
उससे शुरु उस पर खत्म मेरा हर किस्सा।
वो ही तो मेरी जिंदगी का फरिश्ता।
तेरी खातिर तो दुनिया से लड़ जाऊं।
आखरी सांस तक दिल से ये रिश्ता निभाऊं।