पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार सुभम प्रसाद की एक कविता जिसका शीर्षक है “मैं एक शिक्षक हूं":
ना मैं कलम हूं
जो किसी को लिख सकूं,
जो मुझे कोई पढ़ सकें,
जो मुझमें कुछ उतार सकों,
जो सबको समेट सकूं,
जो मुझे कोई पुजैं,
जो मुझे कोई पा सकें,
किसी की गलतियां सुधार सकूं,
जिसकी इच्छा कहो या विचार
जो किसी के जीवन को
गढ़ सकूं।
क्योंकि मैं एक शिक्षक हूं।