पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार डॉ● महावीर प्रसाद जोशी की एक कविता जिसका शीर्षक है “जीवन”:
मृत्यु नहीं चुरा पाती ज़िन्दगी,
कटु बोल बढ़ाते हैं कटुता,
बसंत नहीं होता विदा यहाँ से,
दूरियाँ प्रेम घटा नहीं पाती,
मेघ बरसाते हैं बरसात को,
चिलचिलाती धूप झुलसाती तो,
बहुत लागत आती है इसमें,
खाली हाथ आना और जाना,
सीख लो प्रेम के ढाई अक्षर,
जनहितकारी कर्म कर्ता का,
ताउम्र जिससे वह बंध नहीं पाया
उसी से बंध जाने का बंधन है।।