पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद
पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल
फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार “डॉ• अलका अरोडा” की एक कविता जिसका
शीर्षक है “बुलंद हौंसले”:
पगपग लड़कर हिम्मत से जो करता मुकाबला
मुश्किल भी राह बदलती गर हौसला दिखाता
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये कभी आप
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता जनाब
कैसी कठिन डगर हो
कैसा भी हो रास्ता
सफर मुश्किल भरा नित नये रंग दिखाता
प्रतिज्ञा मन में ठान जुटाकर सारी हिम्मत
संघर्षों से हो जाते पार गहरे नदी समन्दर
कभी जो प्रण राह
में डगमगाने लग जाए
अद्भुत इच्छाशक्ति से राह सुगम हो पाए हार शब्द को दे तिलांजली जीत को अपनाये
दृढ़ संकल्प से हर यात्रा अनवरत चलती जाये
मानव मन की
अनुभूति हौसलो की उडान है
सघर्षो को पार छिटकना सत्य की पहचान है
इसी अद्भुत उडान को नाम जिन्दंगी देती है
अडिग इरादे विश्व धरा को अंक में भर लेती है
हे मानव हे विश्व
विजेता तुमको नमन प्रणाम है
गौरव की रफ्तार से धरती अम्बर खुशहाल है
गगन चूमती सतत प्रतीज्ञा अविरल बहाव है
चलना गिरना संभलना ही हौसलों की उड़ान है
पगपग लड़कर हिम्मत से जो करता मुकाबला
मुश्किल भी राह बदलती गर हौसला दिखाता
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये कभी आप
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता जनाब
सफर मुश्किल भरा नित नये रंग दिखाता
प्रतिज्ञा मन में ठान जुटाकर सारी हिम्मत
संघर्षों से हो जाते पार गहरे नदी समन्दर
अद्भुत इच्छाशक्ति से राह सुगम हो पाए हार शब्द को दे तिलांजली जीत को अपनाये
दृढ़ संकल्प से हर यात्रा अनवरत चलती जाये
सघर्षो को पार छिटकना सत्य की पहचान है
इसी अद्भुत उडान को नाम जिन्दंगी देती है
अडिग इरादे विश्व धरा को अंक में भर लेती है
गौरव की रफ्तार से धरती अम्बर खुशहाल है
गगन चूमती सतत प्रतीज्ञा अविरल बहाव है
चलना गिरना संभलना ही हौसलों की उड़ान है