पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार “सुनीता कुमारी” की एक कविता जिसका शीर्षक है “शहर”:
ईट और कंक्रीट का शहर,
गली और चौराहों में,
भावशून्य पाषाण लोग?
पाषाण लोग ।
भागे जा रहे,
भाग भाग कर जीना है ?
वो भी भाग रहा है?
पाषाण ह्रदय
पाषाण लोग
नित नई सभाओं में जाना,
मस्ती तराना?
पाषाण ह्रदय
पाषाण लोग
भव्य अट्टालिकाए
भीड़ भाड़ परिचारिकाए?
पाषाण लोग।