पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार “अशोक शर्मा” की एक कविता जिसका शीर्षक है “सुहानी बरसात”:
पवन लहर सम, बहकत तन मन,
गगन बजत जस, छमछम छमछम।
जलकण तनपर, मलत मदन तब।
जलधर सरकत, अस जस अजगर।
घन उमड़त जस, शशकन अइसन।
खग कलरव मन, हरदम मचलत।
बदन रजत सम, जन लख हरसत।
अधरन पर तब, कमपन पसरत।
सहज सहज सह, गदगद झलकत।
कचर पचर पर, मगन गगन जन।
बरसत कलकल, छमछम झमझम।