पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार “नेतलाल यादव” की एक कविता जिसका शीर्षक है “बचपन का प्यार भूल नहीं जाना है”:
बचपन साथ बिताया
एक ही बर्तन में खाया
किसी से लड़ने पर
साथ में आँख दिखाया
पर्व त्योहार सब मिलकर
खुशी-खुशी मनाया
शादी में साथ-साथ नाचा
भाई-दोस्ताना निभाया
घर-गृहस्थी साथ चलाया
पर अचानक ,यह क्या,
पर घर,जमीन, जायदाद के,
फँसता और धँसता,
अब हर गाँव-शहर के,
सब जानते हैं, कुछ लेकर,
आज भी दुर्योधन जिंदा है,
तब भाई के रिश्ते को निभाओ,
बचपन का प्यार, भूल नहीं जाना है
बचपन का प्यार, भूल नहीं जाना है।।