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लेखाशास्त्र (कक्षा 11 सेमेस्टर II) अध्याय 4: बैंक खाते का मिलान विवरण (Bank Reconciliation Statement - BRS)


लेखाशास्त्र (कक्षा 11 सेमेस्टर II) अध्याय 4: बैंक खाते का मिलान विवरण (Bank Reconciliation Statement - BRS)

प्रश्न 1. बैंक खाते का मिलान विवरण (BRS) किसे कहते हैं?
उत्तर: जब किसी संस्था की किसी निश्चित तिथि पर बैंक पास बुक का बैंक बैलेंस और नकद बही का बैंक बैलेंस आपस में नहीं मिलता, तब उन दोनों बैलेंसों के अंतर के कारणों का विश्लेषण करके उन्हें मिलाने के लिए जो विवरण बनाया जाता है, उसे बैंक खाते का मिलान विवरण (Bank Reconciliation Statement) कहा जाता है।

प्रश्न 2. बैंक खाते का मिलान विवरण कौन तैयार करता है?
उत्तर: बैंक खाते का मिलान विवरण बैंक के जमाकर्ता (Depositor) द्वारा तैयार किया जाता है।

प्रश्न 3. बैंक खाते के मिलान विवरण की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर: बैंक खाते के मिलान विवरण की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं—
(क) यह खाता-बही का कोई खाता नहीं है।
(ख) यह दोहरी प्रविष्टि पद्धति के बाहर एक विवरण मात्र है।
(ग) चूंकि यह विवरण लेखा पुस्तकों का हिस्सा नहीं है, इसे अलग कागज़ पर तैयार किया जाता है।
(घ) यह नकद बही और पास बुक के बीच की त्रुटियों को पहचानता है, परंतु सुधारता नहीं है।
(ङ) जब नकद बही और पास बुक के बैंक बैलेंस आपस में मिल जाते हैं, तब यह विवरण तैयार नहीं किया जाता।
(च) यह विवरण किसी निश्चित समयावधि के अंत में (साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक) तैयार किया जाता है।

प्रश्न 4. बैंक खाते के मिलान विवरण की आवश्यकता या महत्व लिखिए।
उत्तर: इसकी आवश्यकता या महत्व इस प्रकार है—
(क) इसके माध्यम से किसी निश्चित तिथि पर नकद बही और पास बुक के बैंक बैलेंस में अंतर के कारणों का पता लगाया जा सकता है।
(ख) इससे वास्तविक जमा राशि या अतिरिक्त निकासी की मात्रा ज्ञात की जा सकती है।
(ग) यह विवरण त्रुटियों को पहचानने में मदद करता है और भविष्य में सुधार हेतु उपाय किए जा सकते हैं।
(घ) इसे नियमित रूप से तैयार करने पर बैंक लेनदेन को नियंत्रित करना सरल हो जाता है।
(ङ) इससे धोखाधड़ी जैसे धन गबन की पहचान और रोकथाम संभव होती है।

प्रश्न 5. बैंक खाते के मिलान विवरण की तैयारी के लिए किन दो पुस्तकों की तुलना की जाती है?
उत्तर: बैंक पास बुक के बैंक बैलेंस और नकद बही के बैंक बैलेंस की तुलना की जाती है।

प्रश्न 6. बैंक खाते का मिलान विवरण क्यों तैयार किया जाता है?
उत्तर: बैंक विवरण एक निश्चित समयांतराल पर प्राप्त होता है, इसलिए सभी जमा और भुगतान समय पर ज्ञात नहीं हो पाते और नकद बही में दर्ज नहीं किए जा सकते। इस कारण नकद बही और पास बुक के बैलेंस में अंतर हो जाता है। इस अंतर के कारणों का विश्लेषण करके उन्हें मिलाने हेतु यह विवरण तैयार किया जाता है।

प्रश्न 7. नकद बही और पास बुक में क्या अंतर है?
उत्तर:
(क) नकद बही जमाकर्ता द्वारा लिखी जाती है और उसके पास रहती है; पास बुक बैंक द्वारा लिखी जाती है परंतु जमाकर्ता के पास रहती है।
(ख) नकद बही में जमा डेबिट पक्ष में और निकासी क्रेडिट पक्ष में लिखी जाती है; पास बुक में जमा क्रेडिट पक्ष में और निकासी डेबिट पक्ष में लिखी जाती है।
(ग) चेक जमा करने की तिथि पर नकद बही में दर्ज किया जाता है; बैंक जब चेक की राशि वसूल कर खाता जमा करता है, तब पास बुक में दर्ज किया जाता है।
(घ) चेक काटने की तिथि पर नकद बही में लिखा जाता है; बैंक जिस दिन राशि का भुगतान करता है, उस दिन पास बुक में लिखा जाता है।
(ङ) नकद बही का डेबिट बैलेंस संपत्ति को दर्शाता है — यानी बैंक में जमा धनराशि।
पास बुक का डेबिट बैलेंस दायित्व को दर्शाता है — यानी बैंक से अधिक राशि निकाली गई है।
(च) नकद बही का क्रेडिट बैलेंस दायित्व को दर्शाता है; पास बुक का क्रेडिट बैलेंस संपत्ति को दर्शाता है।
(छ) नकद बही दोहरी प्रविष्टि प्रणाली की प्रमुख पुस्तकों में से एक है; पास बुक केवल बैंक खाते की प्रतिलिपि है।

प्रश्न 8. पास बुक के डेबिट बैलेंस और क्रेडिट बैलेंस का क्या अर्थ है?
उत्तर: पास बुक का डेबिट बैलेंस दायित्व को दर्शाता है — अर्थात बैंक से अतिरिक्त राशि निकाली गई है। पास बुक का क्रेडिट बैलेंस संपत्ति को दर्शाता है — अर्थात बैंक में जमा राशि है।

प्रश्न 9. क्या बैंक खाते का मिलान विवरण एक खाता है?
उत्तर: नहीं। जब बैंक पास बुक और नकद बही के बैंक बैलेंस में अंतर होता है, तब दोनों की शुद्धता की जांच हेतु बैंक खाते का मिलान विवरण तैयार किया जाता है। यह खाता-बही का कोई खाता नहीं है, बल्कि दोहरी प्रविष्टि पद्धति से बाहर एक विवरण मात्र है।

प्रश्न 10. नकद बही और पास बुक के बैलेंस में अंतर के तीन कारण लिखिए।
उत्तर:
(क) चेक काटा गया है, पर बैंक ने अभी भुगतान नहीं किया।
(ख) चेक जमा किया गया है, पर बैंक ने अभी राशि वसूल नहीं की।
(ग) देनदार ने सीधे बैंक में धनराशि जमा की है।


याद रखने के लिए शॉर्टकट विधियाँ

विधि 1:

यदि आरंभ होता है –
1 नंबर b/d → Bank Favourable Balance as per Cash Book या Dr. Balance as per Cash Book
या
4 नंबर b/d → Overdraft Balance as per Pass Book या Dr. Balance as per Pass Book

तो नियम इस प्रकार हैं:
1️⃣ हमने 'Minus' किया, पर बैंक ने नहीं → ADD करें
2️⃣ हमने 'Plus' किया, पर बैंक ने नहीं → LESS करें
3️⃣ बैंक ने 'Minus' किया, पर हमने नहीं → LESS करें
4️⃣ बैंक ने 'Plus' किया, पर हमने नहीं → ADD करें
5️⃣ हमने दो बार 'Plus' किया → एक बार LESS करें
6️⃣ हमने दो बार 'Minus' किया → एक बार ADD करें
7️⃣ Cash Book Dr. side Under-Cast → ADD करें
8️⃣ Cash Book Dr. side Over-Cast → LESS करें
9️⃣ Cash Book Cr. side Under-Cast → LESS करें
1️⃣0️⃣ Cash Book Cr. side Over-Cast → ADD करें

विधि 2:

यदि आरंभ होता है –
2 नंबर b/d → Bank Favourable Balance as per Pass Book या Cr. Balance as per Pass Book
या
3 नंबर b/d → Overdraft Balance as per Cash Book या Dr. Balance as per Cash Book

तो नियम इस प्रकार हैं:
1️⃣ हमने 'Minus' किया, पर बैंक ने नहीं → LESS करें
2️⃣ हमने 'Plus' किया, पर बैंक ने नहीं → ADD करें
3️⃣ बैंक ने 'Minus' किया, पर हमने नहीं → ADD करें
4️⃣ बैंक ने 'Plus' किया, पर हमने नहीं → LESS करें
5️⃣ हमने दो बार 'Plus' किया → एक बार ADD करें
6️⃣ हमने दो बार 'Minus' किया → एक बार LESS करें
7️⃣ Cash Book Dr. side Under-Cast → LESS करें
8️⃣ Cash Book Dr. side Over-Cast → ADD करें
9️⃣ Cash Book Cr. side Under-Cast → ADD करें
1️⃣0️⃣ Cash Book Cr. side Over-Cast → LESS करें

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