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गीत: गोविंद कृष्ण मुरारी (विक्की चंदेल “चंदेल साहिब”, बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश)

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के
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का एक गीत  जिसका शीर्षक है “गोविंद कृष्ण मुरारी”:

हे गोविंद कृष्ण मुरारी, तोरे चरणों का पुजारी।

कैसे हो तेरी पूजा, कान्हा विनती करुॅ॑ तुम्हारी।।
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सुना प्रसंग राम चन्द्र का, सबरी तूने तारी।
तेरी राह को तकते तकते, बीती उमर है सारी।।
हुई धन्यभाग भीलनी, पूजा करी, पुकारी ।
हे गोविन्द कृष्ण मुरारी,,,,,, ।।
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द्वापर युग में सुना किशन जी, कुब्जा विपदा मारी।
कह कर उसको सुंदरी_सुंदरी, काया मोहक कर डारी ।।
धन्य हो कुब्जा तोरो, श्रृंगार करो बनवारी
हे गोविन्द कृष्ण मुरारी,,,,,,,,।।
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हे गोविंद कृष्ण मुरारी, तोरे चरणों का पुजारी।
कैसे हो तेरी पूजा, कान्हा विनती करुॅ॑ तुम्हारी।।