पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार आकृति की एक कविता जिसका
शीर्षक है “जिन्दगी”:
जिन्दगी हर मोड़ पर एक नया रूप दिखायेगी,
अतीत में जिये या आज में
हर वक़्त तड़पाएगी,
यह बार बार बतलाएगी,
फिर बहारे आयेंगी और नज़ारे मुस्कुराएंगी,
बेशक सहना पड़ता है धूप धरती को,
क्या खोया क्या पाया, कुछ समझ न आया,
वो काटों में भी मुस्कुराएगी,
वहीं कब्र तक ले जाएगी।
ये ही जिन्दगी है हर वक़्त सिखाएगी।