पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार “माधुरी मिश्रा” की एक कविता जिसका शीर्षक है “दरिंदे भी "कोरोना" से...”:
ये ऊपर वाला भी,
"कोरोना" से ध्यान,
सो "काबुल" रच डाला!
"तुम" कहीं न भटक जाना!
दरिंदे भी "कोरोना" से
डर रहे!
ए ज़ालिम!
तू कुछ भी न पाएगा!
तो कोरोना तुझे,
देख तमाशा!