पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार डॉ मीना कुमारी परिहार की एक कविता जिसका शीर्षक है “आओ शिक्षित करें हम":
आओ पूरे मानव समाज को शिक्षित करें हम
आओ शिक्षा का महत्त्व समझें हम
अगर न होगा शिक्षित समाज हमारा
तो मुश्किल हो जाएगा सबका गुजारा
अंधकार को दूर कर जो प्रकाश फैलाये
बुझी हुई आश में विश्वास जो जगाये
हो जो कोई असभ्य उसे सभ्यता का पाठ पढाये
अज्ञानी के मन में, जो ज्ञान का दीप जलाये
इंसानियत और पशुता के बीच का अंतर है शिक्षा
हर दर्द की दवा तो बताते वो है शिक्षा
आओ पूरे मानव समाज को शिक्षित करें हम
आओ शिक्षा का महत्त्व समझें हम
जहां भी जली मशाल शिक्षा की नकारात्मकता वहां से भागी
चकाचौंध दुनियां और वास्तविकता में अन्तर जो बताये
वह है शिक्षा
भेद-भाव, छुआछूत और अंधविश्वास दूर भगाने का मंत्र है शिक्षा
आओ शिक्षा का महत्त्व समझें हम
पूरे मानव समाज को शिक्षित करें हम
चलो शिक्षा का अलख जगाएं हम