पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद
पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली
सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत
है। आज आपके सामने प्रस्तुत है
रचनाकार नीतू झा की एक कविता जिसका
शीर्षक है “अच्छा लगता है”:
अच्छा लगता है !
जब जुड़ता है तेरे नाम
के साथ मेरा नाम,
जब मुझे देखते ही बरबस
तेरे चेहरे पर मुस्कुराहट
आ जाती है,
अपलक निहारना
जैसे खामोशियों में भी बहुत कुछ कह जाती है।
तुमसे मिलने के बाद जिंदगी जिंदगी सी लगने लगी है,
पूरी सी होने लगी है।
खिजाँ सी मेरी जिंदगी में
तुम दस्तक – ए - बहार लेकर आ गए,
आज के इस मतलबी
जमाने में तेरा शिद्दत से
प्यार निभाना,
अच्छा लगता है !
जब तुम कहते हो कि
मोहब्बत सिर्फ पाने का नाम नहीं,
मोहब्बत नशा नहीं,
इसमें तो मेरा खुदा रहता है।
मुश्किल है तेरे प्यार को
शब्दों में पिरोना,
बस जब जब तुम्हारा ख्याल आता है ........
तेरे सजदे में सिर झुक जाता है,


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