पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद
पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली
सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत
है। आज आपके सामने प्रस्तुत है
रचनाकार प्रियंका प्रियदर्शिनी की एक कविता जिसका
शीर्षक है “हम तुम”:
अपनी मशरूफ़ियत में
कुछ पल मेरे लिए रखते
मैं तन्हा न हो जाऊँ
यादों के झूले झुलाते
बाहों के घेरे बनाते
मुझे पहनाते फिर
ढेरों बाते करते
बोल नही पाते
मुझसे समझने की
उम्मीद करते
आखों में मेरी
सारी खवाईश पढ़
ही लेते
समय की कोई पाबंदी
नही होती
तुम्हारी बातें खत्म नही
होती
खटखटाते
मेरी ना की गुंजाइश नही
रखते
सब खुद की खुशी सोचते
तुम मुझमें खुद को ढूँढते