Welcome to the Official Web Portal of Lakshyavedh Group of Firms

कविता: किसी का प्यार क्यों चाहिए मुझे? (निशा गुप्ता, सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल)

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के
 "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंससे प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिकाके वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार निशा गुप्ता की एक कविता  जिसका शीर्षक है “किसी का प्यार क्यों चाहिए मुझे?
”:
 
 
किसी का प्यार क्यों चाहिए मुझे?
खुद को ही मोहब्बत करके खुश हूं!
 
सच कहूं तो किसी के साथ की अब मुझे,
जरूरत ही कभी महसूस नहीं होती!
 
हर किसी ने इतना जख्म दिया मुझे,
अब हमने इश्क से भरोसा ही उठा लिया!
 
रोता हुआ हंसा दे कोई तो मुझे?
ऐसे कोई सक्श की जरूरत ही नहीं है!
 
अपने को खुद खुश रखना आता है मुझे,
इसलिए जिन्दगी को खुल के जीती हूं!
 
लोगो की बात बुरी नहीं लगती अब मुझे,
लेकिन ये बात भी लोगों को बुरी लगती!
 
उस रब पे ही भरोसा है सबसे ज्यादा मुझे,
जख्म देगा तो भरेगा भी,रुलाएगा तो हंसाएगा भी!
इसलिए
किसी का प्यार क्यों चाहिए मुझे?