पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार ललिता पाण्डेय की एक कविता जिसका
शीर्षक है “रूई वाला वो बच्चा”:
वो नंगे पैर मखमली रूई बेच रहा था
उसके श्यामल हाथों में वो श्वेत बर्फ का गोला
स्पष्ट दिखाई दे रहा था
उसकी ध्वनि भीड़ के कोलाहल में
जैसे ही धीमी पड़ती
उसका स्वर और उच्च हो जाता
कई अपरिचित चेहरे उसे देखते हुए
आगे क़दम बढ़ा रहे थे
कोई उसकी रूई निहारते
तो कोई उसकी निश्चल मुस्कान
वो नहीं जानता था
लोग उसे हेय की दृष्टि से देख रहे थे
या दया की दृष्टि से
परन्तु वो अपनी मधुर मुस्कान समेटे
सबको अपनी और आकर्षित कर रहा था।