पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी
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आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार ललिता शर्मा 'नयास्था' का एक गीत जिसका शीर्षक है “माँ भारती”:
भारती माँ भारती हे भारती माँ भारती।
द्वार तुम्हारे खड़ी हूँ करने को आरती।।
भारती माँ भारती हे भारती माँ भारती।
हर दिशा में हर निशा में धूम तेरी ही मची।
जन्म पाऊँ इस धरा में बस यही वर माँगती।
भारती माँ भारती हे भारती माँ भारती।
प्राण मेरे कम पड़ेंगे आप के ऋण पूर्ति को।।
काटती है सब दुखों को भारती बन सारथी
भारती माँ भारती हे भारती माँ भारती।
विश्ववेदी पर चढ़ी तुम हम सभी की शान हो।
आँच आने दे नहीं माँ ज़िंदगी हैं वारती।
भारती माँ भारती हे भारती माँ भारती।