पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार “सोनल ओमर” की एक कविता जिसका शीर्षक है “लड़की है तू...!”:
लड़की है तू,
ये सोच कर झुका मत कर।
निडर होकर बोल अपनी बात को,
किसी से डरा मत कर।
अबला नहीं है तू,
अपने हक के लिए लड़ रुका मत कर।
क्योंकि तू ही जननी,
तू ही अन्नपूर्णा,
तू ही शिव-शक्ति,
तू ही जगदम्बा,
करती रक्त-बीजों का विनाश
तू अपने रौद्र रूप में आकर।
बना अपनी एक अलग पहचान,
खुद में आत्मविश्वास जगाकर।
कमजोर नहीं है तू,
इसलिए सिर झुका कर नहीं
सिर उठा के जिया कर।
लड़की है तू,
ये सोच कर झुका मत कर।।