पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार सलिल सरोज की एक ग़ज़ल जिसका शीर्षक है “लिख देना तुम”:
मेरे मोहब्बत करने का ये अंजाम लिख देना तुम
अपनी तमाम मुश्किलात मेरे नाम लिख देना तुम
तुम्हारे अश्कों को पीना मेरा काम लिख देना तुम
मुझे अपनी बेझिल साँसों की शाम लिख देना तुम
बहते हवा को चूम कर मुझे पैगाम लिख देना तुम
मुझे तुम्हारा धर्म , तुम्हारा आवाम लिख देना तुम
तो मुझे कोशिशे - इश्क़ में नाकाम लिख देना तुम


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