पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद
पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल
फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत
है। आज
आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार मईनुदीन कोहरी "नाचीज़ बीकानेरी” की एक ग़ज़ल:
जिंदगी उल्झनों का सफर है ।
हौसलों से मिलती डगर है ।।
जिंदगी संगीत का समन्दर है
कभी इधर है कभी उधर है ।।
जहाँ अमृत के साथ जहर है ।।
जिंदगी के लिए अच्छी खबर है ।।
"नाचीज़"जिंदगी जेर-ओ-ज़बर है।।