पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार एस● के● कपूर "श्री हंस" की एक कविता जिसका शीर्षक है “है यह एक छोटी सी जिन्दगी पर काम बहुत हैं”:
यह छोटी सी जिन्दगी पर
काम बहुत हैं।
इसी में पूरे करने को भी
अरमान बहुत हैं।।
मत जलते रहो बेवजह
किसी आग में।
अच्छे कर्मों से ही मिलती
पहचान बहुत है।।
बे हिसाब न हों।
काम करो हकीकत में पर
बस ख्वाब न हों।।
किस्मत नहीं बस कर्म ही
होती पूजा है।
हो ऊपर उठने की बात पर
इरादे खराब न हो।।
ही हमारा नियम हो।
जीवन में धैर्य,विवेक, लगन
और बसा संयम हो।।
एक सरल सफल सुखमय
जीवन बनेगा हमारा।
हो सब कुछ जीवन में कि
बस नहीं अहम हो।।