पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार निशा गुप्ता की एक कविता जिसका शीर्षक है “चुभता है”:
चुभता है
तेरा वो चेहरा
जिससे मैंने प्यार किया!
चुभता है
तेरा वो प्यार
जिसमें तुमने ख्वाब दिखाया!
चुभता है
तेरा वो ख्वाब
जिसमें तुम्हारा ज़िक्र था!
चुभता है
तेरा वो ज़िक्र
जिसमें हर लम्हा तेरा था!
चुभता है
तेरा वो लम्हा
जिसमें हर बाते तेरी थी!
चुभती है
तेरी वो बाते
जिसमें तुमने मुझे बेवकूफ़ कहा!
चुभती है
तेरी वो बेवकूफी
जिसने अनमोल नगीना खो दिया!
तेरा वो चेहरा
जिससे मैंने प्यार किया!
तेरा वो प्यार
जिसमें तुमने ख्वाब दिखाया!
तेरा वो ख्वाब
जिसमें तुम्हारा ज़िक्र था!
तेरा वो ज़िक्र
जिसमें हर लम्हा तेरा था!
तेरा वो लम्हा
जिसमें हर बाते तेरी थी!
तेरी वो बाते
जिसमें तुमने मुझे बेवकूफ़ कहा!
तेरी वो बेवकूफी
जिसने अनमोल नगीना खो दिया!