पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार प्रीति श्रीवास्तव की एक कविता जिसका
शीर्षक है “जीवन”:
जिंदगी है उन हंसी फूलों की तरह,
खुशी है पंखुड़ी, तो गम हैं कांटो की तरह
कभी पतझड़ है, कभी सावन सी भीगी पलकें,
बदलता रहता है
जीवन का हर क्षण, मौसम की तरह
कभी भिगोया खुशी
से, कभी ले गयी वो साथ खुशी
उठता- गिरता हुआ पानी है, मौजों की तरह
जिंदगी है उन हंसी फूलों की तरह,
उठता- गिरता हुआ पानी है, मौजों की तरह