पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद
पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल
फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत
है। आज
आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार प्रीति प्रिया की एक कविता जिसका शीर्षक है “बेवफा से वफा की उम्मीद लिए बैठे हैं”:
एक दिया क्या जला अंधेरे सिमट के बैठें हैं,
फ़िर भी उससे वफ़ा के उम्मीद में मर मिट के बैठें हैं।
हम बेवजह मन में तन्हाइयों को लिए सिमट के बैठें हैं।
दूर कर उन उदासियों को जो दिल से लिपट के बैठें हैं।