पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार रोजिना छेत्री की एक कविता जिसका शीर्षक है “मुस्कान का राज”:
इंसान के मुस्कान
को देखकर
कितना मुश्किल
होता है
उसके अंतर्मन
को जानना
और एक
सच्चा कलाकार
मुस्कान रूपी
मुखोटे से
कितनी अच्छी
तरह कलाकारी
दिखता है
वाकई इंसान
को जानना है
तो उसके मुखोटे
के अंदर के
कलाकार को जानना
शायद मुखोटे
के अंदर दर्द
का घना साया हो
जो मुखौटा के कारण दब सा गया
वाकई इंसान के मुस्कान
में दर्द का सैलाब होता है
अनकही अनजानी कहानी सी........
को देखकर
कितना मुश्किल
होता है
उसके अंतर्मन
को जानना
और एक
सच्चा कलाकार
मुस्कान रूपी
मुखोटे से
कितनी अच्छी
तरह कलाकारी
दिखता है
वाकई इंसान
को जानना है
तो उसके मुखोटे
के अंदर के
कलाकार को जानना
शायद मुखोटे
के अंदर दर्द
का घना साया हो
जो मुखौटा के कारण दब सा गया
वाकई इंसान के मुस्कान
में दर्द का सैलाब होता है
अनकही अनजानी कहानी सी........


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