पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार नीलम सिंह की एक कविता जिसका
शीर्षक है “मुस्कुराना चाहिए”:
कुछ गम के घटाओं को चेहरे से
अवश्य ही मिटा देना चाहिए,
फिर से सजा लेना चाहिए,
एक खुला आसमां ढूंढना चाहिए,
खुलकर प्रतिपल मुस्कुराना चाहिए।
व्यस्तता से कुछ पल चुराना चाहिए,
ये स्वयं ही विचारना चाहिए,
कोई नई राह खोजनी चाहिए,
खुलकर प्रतिपल मुस्कुराना चाहिए।
कोई उम्मीद न रखनी चाहिए,
एक लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए,
अंतिम सांस तक प्रयास करना चाहिए,
खुलकर प्रतिपल मुस्कुराना चाहिए।
तो उसे हंसकर निकाल देना चाहिए,
इस पर अनवरत बढ़ते जाना चाहिए,
बेझिझक हाथ थाम लेना चाहिए,
खुलकर प्रतिपल मुस्कुराना चाहिए।