पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार प्रिया पांडेय की एक कविता जिसका
शीर्षक है “उम्र का वो पड़ाव जहां होता है हमसफर से
लगाव”:
तुम आकर देख लो अभी भी तुम्हारी पी हुई चाय की प्याली मेज पे पड़ी हुई है।।