पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद
पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल
फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत
है। आज
आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार विजय "तन्हा" के घनाक्षरी छंद:
मानव का तन मिला रतन अनमोल सा
मानव से काम कर मानव कहाइए।
नेकदिल खुशदिल बन जाए आप और
हंस कर आप खुद सबको हंसाइए।
सत्यपथ चलकर करिएगा काम नेक
कोयले में हीरे जैसी चमक दिखाइए।
मरने के बाद जब लेने आए यमराज
भैंसे से उतर बोलें आप बैठ जाइए।।


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