Welcome to the Official Web Portal of Lakshyavedh Group of Firms

कविता: जनता हुँकार लगायेगी (कमला सिंह 'महिमा', खोरीबाड़ी, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल)

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के
 "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंससे प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिकाके वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार कमला सिंह 'महिमा'  की एक कविता  जिसका शीर्षक है “जनता हुँकार लगायेगी”:

आजकल लोग जुबान पर मिठास ,
और दिल में खंजर लिए फिरते है l
जैसा दिखते हैं वैसा होते नहीं हैं ,
जैसा होते हैं वैसा दिखते नहीं हैं l
प्रेम को लोग मनोरंजन समझ बैठे हैं ,
पैसा-प्रसिद्धि आसानी से पाना चाहते हैं l
इसके लिये कैसी भी राह अपना लेते हैं
ईमानदारी,धर्म ,कर्म सब कुछ भूला बैठे हैं
प्रेम के नाम को शर्मसार कर बैठेे हैं l
गुनाहों पर पैसों से पर्दा डाल लेते हैं
धोखा को जीवन का मर्म मान लेते हैं l
बेईमानी ,धोखा हीं जीवन का आधार बन गया
ईमानदारी ,सच्चाई मुर्खता का पर्याय बन गया l
जहाँ कहीं मिल जाए भरोसेमंद इंसान
भरोसा दिला कत्ल कर जाते हैं सरेआम l
लेशमात्र मन में नहीं होता पछतावा
मौत को भी लोग यहाँ तमाशा बना जाते हैं l
अपराधी सीना तान कर चलते हैं
मीडिया में भी इनके कुत्ते भौंकते हैं l
अपने गुनाहों को आसानी से छिपा जाते हैं
नेता,पुलिस,अफसर सब को खरीद लेते हैं l
लोग  यहाँ  कौड़ी के भाव बिक जाते हैं
चंद पैसों खातिर अपना ईमान बेच खाते हैं l
भूल चुके हैं यह सत्य अब जनता जाग चुकी है
सिंहासन खाली मिनटों में करवा सकती है l
मंत्री-राजा सबकी शक्ति धूल में मिल जायेगी
जब जनता हुँकार लगायेगी l
जब जनता हुँकार लगायेगी l l