पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार अमृता पांडे की एक कविता जिसका
शीर्षक है “कविता क्या है ..”:
वेदना का तार है, समर्पण और प्यार है
माता पिता और गुरुजनों का आचार है,
जीवन से प्यारे
बच्चों का दुलार है
नवजीवन की आशाओं का संसार है।
जीवन की आपाधापी में सुख की बौछार है
सुप्त कुन्द हृदय के भावों की झंकार है,
अनैतिक, अन्यायी, पापी को हुंकार है
आत्यायी, दुराचारी, पापी को ललकार है।
प्रकृति की मृदुल सी पुकार है
नई प्रेरणा, स्फूर्ति का संचार है,
होली के साथ
रंगों की फुहार है
दिवाली के दीपों की बहार है।
सुख-दुख के महीन तारों में
जीवन के सात रंगों से गुंथा
अनोखा पुष्पहार है कविता
एक सुनहरा सा हार है कविता ..।।
वेदना का तार है, समर्पण और प्यार है
माता पिता और गुरुजनों का आचार है,
नवजीवन की आशाओं का संसार है।
जीवन की आपाधापी में सुख की बौछार है
सुप्त कुन्द हृदय के भावों की झंकार है,
आत्यायी, दुराचारी, पापी को ललकार है।
प्रकृति की मृदुल सी पुकार है
नई प्रेरणा, स्फूर्ति का संचार है,
दिवाली के दीपों की बहार है।
सुख-दुख के महीन तारों में
जीवन के सात रंगों से गुंथा
अनोखा पुष्पहार है कविता
एक सुनहरा सा हार है कविता ..।।