पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार बंदना पंचाल की एक कविता जिसका
शीर्षक है “एक अनोखी दीपावली”:
दीपों की सुंदर अवली से दिया एक उठाएं,
अश्रु पूर्ण नयनों में हम हर्ष आंसू लाएं,
बैठा हो जब कोई नन्हा होकर बहुत उदास।
फुलझडी की चंद रोशनी चलो उसे दे आएं,
अपने हिस्से के भोजन से उनकी भूख मिटाएं,
खुशियों का फैले उजियारा ऐसा दीप जलाएं,
चलो मनाएं।