पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार प्रीति प्रिया की एक कविता जिसका
शीर्षक है “माँ .. इक छोटा सा शब्द”:
माँ .. है तो इक छोटा सा शब्द ..
पर इसमें हमारी पूरी दुनिया समा जाए,
हमेशा हमें अपनी माँ की याद आए,
सबसे पहले हम माँ को ही आवाज़ लगाए,
तपाक से ओह माँ जुबान पे आ जाए,
तुरंत अपने माँ को हम फोन लगाए,
कॉल की पूरी रिंग होने पर हम फोन ना उठाए,
आखिर माँ क्यूं इतनी व्याकुल होती जाए,
बच्चों के लिए माँ की परेशानी समझ पाए,
पर अपने बच्चों को पेट भर खिलाए,
सिर्फ़ मां की गोद में ही सुकून हम पाए,
पर माँ में ही तो हमारी दुनिया नजर जाए।