पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार विक्की चंदेल “चंदेल साहिब” की एक कविता जिसका शीर्षक है “यह वक़्त बड़ा बेमानी सा है”:
यह वक़्त बड़ा
बेमानी-सा है।
फ़िक्र न कर गुज़र
जाएगा।।
जैसा बीज़ है
तुमने बोया।
वैसा ही फल तू
पाएगा।।
मत कर भविष्य की
चिंता।
पल पल यह तुझे
सताएगा।।
यह वक़्त बड़ा बेमानी-सा
है।
फ़िक्र न कर गुज़र
जाएगा।।
मत कर गुनाह मन
बावरे।
कल तू भी फिर
पछताएगा।।
ईश्वर में
श्रद्धा व विश्वास रख।
ख़ुशियों का दिन
भी आएगा।।
तू दीपक की तरह
जलता रह।
ग़म का तिमिर ख़ुद
मिट जाएगा।।
यह वक़्त बड़ा बेमानी-सा
है।
फ़िक्र न कर गुज़र
जाएगा।।