पश्चिम बंगाल
के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार विक्की चंदेल “चंदेल साहिब” की एक कविता जिसका
शीर्षक है “श्रृंगार रस”:
पीताम्बर मोर मुकुट धारण कर.
चाँदनी रात में मोहन वृंदावन आओ.,
कान्हा राधे गोपियों से आँख मिलाओ.,
गोकुल में माखन चुराने आ जाओ.,
साँवरे यमुना के मनोरम तट पर बजाओ.,
बरसाने में माधव राधे संग रास रचाओ.,