पश्चिम बंगाल
के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार एकजोत सिंह की एक कविता जिसका
शीर्षक है “मां बाप ......”:
शुक्रिया उस ईश का करते
जिसने हमें मां बाप दिए
जो मा जन्म हमें इस जग में देती
वो मां भी उसने सिर्जी
जो मेहनत बच्चो के लिए करता
वो बाप भी ही उसका सिर्जा
शुक्रिया उस ईश का
जिसने हमें मां बाप बक्शे
बाप सिखाता मेहनत करना
तभी ज़िंदगी है सवरती
मां सदैव करना सत्कार सिखाती
तभी सभ सत्कार है करते
मां बाप दे हमें ईश
जिंदगी आसान की
शुक्रिया उस ईश का
जिसने हमें मां बाप दिए
मां बाप है रूप ईश का
यही कहना है सबका
जिस घर में नहीं है मां बाप
उस घर में नहीं है ईश का वास
ईश सदैव रहें खुश
यदि मां बाप हो खुश
शुक्रिया उस ईश का
जिसने हम मां बाप दिए....


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