पश्चिम बंगाल
के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार देबीदीन चन्द़वँशी की एक कविता जिसका
शीर्षक है “कोरोना का प्रभाव”:
विश्व करुण क्रन्दमय है,
लगता युद्ध तीसरा है,
अति व्याकुल है निज वतन,
यह धरा निर्जन हो रहा है,
बच कर रहना है इस कहर से,
निज जीवन यापन करने का,
अति प्रचण्ड महामारी से,
व्यथित वेदना जीवन की,
लाखों जान गई कुर्बानी से,
इस महामारी के भीषण ज्वाला से,
बाहर नही निकलना है,
सुखमय जीवन जीना है,