पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार ऋचा प्रकाश की एक कविता जिसका शीर्षक है “समय का महत्व”:
समय का चक्र चलता
रहता,
ठान ले हृदय में,
कुछ कर गुजर जाने
की चाह,
बाँध ले गाँठ मन
में,
इच्छाओं को सफल
बनाने की चाह,
रेत की तरह वक़्त
को
फिसलने मत दे
अपने हाथों से |
जीवन में सुख और दुःख का
आना जाना लगा रहता,
पर इसी में अपने लक्ष्य को,
पूरा करने की हर कोशिश प्राप्त करना,
नहीं रुकता समय किसी के लिए,
नहीं रूकती ये पल किसी के लिए,
समय बड़ा बलवान
हैं,
सुई रूपी जीवन की
तार,
यूहीं चलती रहती,
हर कोई चाहता ये
लम्हें,
यह खुशी के पल
यहीं थम जाये,
पर यह कहाँ रुकता,
सबको सामान नजर
से देखता |
समय कभी एक सामान नहीं रहता,
हमें जीवन में अनेक अनुभूतियों से
परिचय करता,
पिछली गलतियों को भुला कर,
आगे बढ़ना समय सिखाता,
जो समय के साथ कदम
मिलकर आगे बढ़ता वही
मंजिल को पता,
वही समझ पता समय के सुनहरे
महत्व को |