पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार सोनल ओमर की एक कविता जिसका शीर्षक है “रिश्ते का बीज”:
एक बार यों
बीज था मैंने
बोया
एक रिश्ते का
प्रेम की खाद
डाली
समर्पण से
सींचा।।
कोपल फूटी
दिल मे विश्वास
की
लौ जल उठी
बंधे सात फेरे
में
मिला साथ का फल।।
बंधन की जड़े
होती गई अटूट
सघन वृक्ष की
डाली पे फल - फूल
उपजे भरपूर।।
जीवन भर
फलते - फूलते यूँ
ही मिलकर
गाते - गुनगुनाते
बीत गया जीवन।।