पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी
जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका
स्वागत है। आज
आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार सुखदेव सिंह राठिया की एक कविता जिसका शीर्षक है “दीपांजली”:
दीपों की रौशनी से,
दीप दमके हैं आज सितारों से,
गाथा कहती नित पुराणों में,
आनंद का इज़हार जग से,
भद्रा, कमला, कुबेर पूजन से,
तम से फासले हो पल में,