पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार क्षमता कुमारी गुप्ता की एक कविता जिसका
शीर्षक है “आओ नवजवानों”:
आओ नवजवानों आगे कदम बढ़ाए,
जलती हुई धारा को स्वर्ग सा बनाए,
मिल कर कुछ ऐसा कर जाए,
गर्व जिसपर देश को हो जाए।
नवजवान वह कड़ी
है जिसकी मुठ्टी में देश खड़ी है,
थोड़ा सा कर के विचार, रोक दे अब अत्याचार,
चाहे वह हो घूसखोरी, चाहे हो सत्ता का प्यार, या हो बलात्कार ।
नहीं करना मुझको यहां शब्दो का व्यापार,
सोच ले खुद देश के जवान,
थोड़ा सा लेकर आंखों में पानी,
जी ले अपनी मस्त जवानी,
जैसे जी गए थे प्रताप, शिवाजी, झांसी की रानी,
लिख दे हम भी नई भारत की कहानी ।
आओ मानवता की एक पूल बनाए,
अभिमान, क्रोध, लोभ, वैर की दीवार गिराए ।
आओ नवजवानों आगे कदम बढ़ाए,
जलती हुई धारा को स्वर्ग सा बनाए ।।
आओ नवजवानों आगे कदम बढ़ाए,
जलती हुई धारा को स्वर्ग सा बनाए,
मिल कर कुछ ऐसा कर जाए,
गर्व जिसपर देश को हो जाए।
थोड़ा सा कर के विचार, रोक दे अब अत्याचार,
चाहे वह हो घूसखोरी, चाहे हो सत्ता का प्यार, या हो बलात्कार ।
नहीं करना मुझको यहां शब्दो का व्यापार,
सोच ले खुद देश के जवान,
थोड़ा सा लेकर आंखों में पानी,
जी ले अपनी मस्त जवानी,
जैसे जी गए थे प्रताप, शिवाजी, झांसी की रानी,
लिख दे हम भी नई भारत की कहानी ।
आओ मानवता की एक पूल बनाए,
अभिमान, क्रोध, लोभ, वैर की दीवार गिराए ।
आओ नवजवानों आगे कदम बढ़ाए,
जलती हुई धारा को स्वर्ग सा बनाए ।।