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कविता: याद (शैमी ओझा "लफ्ज़", महेसाणा, गुजरात)

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के
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आपकी यादों ने नींद चुरा ली,
सुनी सुनी धड़कन हमारी,
आपको देखके बेकाबु हो गई,
 
मेरा दिल बेकरार है, जहाँपनाह,
दिल न जाने क्यों नाच उठता है,
 
दिल सदा डरा डरा सा रहेता है,
कहीं ए अच्छा पल,
जिंदगी का आखरी न हो जाए,
 
आप हमको सात जन्मों
का वादा देके चले गए,
क्या यहीं मतलब होता है,
प्यार मैं दिये हुए वादो का,
 
तुने जो जख्म दिये,
हम न भुल पाये है,
रुह दिल से पुछती है,
क्या यही होता है प्यार मैं?
 
हम ने प्यार किया,
आपने एक याद,
बना कर रख दिया,
रंगीन राह की हकिकत,
बहुत काली है

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