पश्चिम
बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से
प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद
हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके
सामने प्रस्तुत है रचनाकार निशा गुप्ता की एक कविता जिसका
शीर्षक है “इश्क मेरा”:
माना कि तुझे फुर्सत ही नहीं कभी मुझसे बात करने की
पर अपने दिल को रोक भी नहीं सकते मुझे याद करने से
तुम लाख भुलाना चाहो पर मिटा न पाओगे ये किस्सा
क्योकि कभी खत्म न हो वो अहसास थे हम
फिर भी तुम नहीं सिख पाओगे कभी मेरे बिना जीना
लेकिन भूला नहीं पाओगे चाह कर भी कभी मुझे
यक़ीनन मैं तेरे सपनों में भी चली आती ही होंगी
किसी को पाने की हसरत में जाने क्या क्या खोना पड़ता है
तो आज यादों में नहीं तेरी बाहों के घेरों में होतें !