पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार “डॉ• विनय कुमार श्रीवास्तव” की एक कविता जिसका शीर्षक है “प्रेरणा से जीवन का मार्ग प्रशस्त होता”:
बिना प्रेरणा के होता न कोई भी काम।
करता है कोई न कोई तो होता है नाम।
कुछ उत्प्रेरक भी होते सदा हम सबके।
शिष्यों को शिक्षक से प्रेरणा है मिलती।
अपने स्तर से अच्छे से अच्छा है करता।
कड़ा परिश्रम करना ही केवल एक धर्म।
लिखे श्रीराम चरित मानस बैठे-बैठे दास।
महाभारत युद्ध कुरुक्षेत्र में पांडव है जीते।
आगे की सफलता एवं विजय की प्रेरणा।
प्रेरणा मिलती है मेहनत से बदलते जहान।
सफलता की है सभी सीढियां हमें चढ़ाती।