पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के "लक्ष्यभेद पब्लिकेशंस" से प्रकाशित होने वाली सर्वप्रथम हिन्दी डिजिटल फॉर्मेट की पत्रिका "लक्ष्यभेद हिंदी ई-पत्रिका" के वेब पोर्टल पर आपका स्वागत है। आज आपके सामने प्रस्तुत है रचनाकार अनामिका सिंह "करम" की एक कविता जिसका शीर्षक है “हिंदी दिवस”:
दुलारी सभी भाषाओं पर भारी है,क्योंकि
ये है हम सभी में समाहित।
चलती है,फिर चाहे वो गढ़वाली हो या फिर
हो वो पंजाबी।
फिर भी कही से भी नहीं नज़र आता है,थोड़ा
सा भी इसमें अभिमान।
जाती है,अंग्रेज़ी से भी कोई बैर नही,प्यार से
इसे भी निभाना जानती है।
है, राष्ट्र भाषा होते हुए भी,
को दिखाना है...


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